अटैक आने से पहले ये लक्षण नजर आने लगते हैं।
हार्ट अटैक कभी भी अचानक आ सकता है, लेकिन कुछ लक्षण हैं, जो हार्ट अटैक के 1-2 महीने पहले नजर आने लगते हैं। अगर आपको भी नजर आते हैं यह लक्षण तो सावधान हो जाएं, क्योंकि आप हार्ट अटैक के शिकार हो सकते हैं। अभी जानिए इन लक्षणों को, ताकि हार्ट अटैक से बचा जा सके
1. गले, जबड़े, पीठ और हाथ का दर्द
हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण बाएं हाथ में अचानक तेज दर्द होना माना जाता है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि दिल की समस्या को सिर्फ बाएं हाथ के दर्द से ही देखा जाए. खासतौर पर महिलाओं में ये किसी भी तरफ हो सकता है। इसके अलावा अगर लगातार गले के पीछे, जबड़े में या पीठ में दर्द बना हुआ है तो ये खतरे की घंटी है. अगर किसी एक जगह दर्द बार-बार हो रहा है और ये समझ नहीं आ रहा कि कौन सी मांसपेशी इसके लिए जिम्मेदार है या यूं कहें कि दर्द शिफ्ट हो रहा है तो भी ये चिंता की बात है. ये दर्द अचानक होता है इसके लिए किसी चोट का या किसी व्यायाम का जिम्मेदार होना जरूरी नहीं है.
2. सीने में असहजता और दबाव
सीने में होने वाली किसी भी प्रकार की असहजता आपको दिल के दौरे का लक्षणों में से एक हो सकती है। खास तौर से सीने में दबाव या जलन का महसूस होना। ये अक्सर तब होता है जब दिल की किसी धमनी या आर्टरी में ब्लॉकेज होने लगता है। किसी को लगता है कि जैसे सीने में जलन हो रही है, एसिडिटी जैसी फीलिंग है, किसी को चुभन महसूस होती है, तो किसी को लगता है कि सीने पर कोई भारी सामान रखा हुआ है, भले ही ये एंग्जाइटी जैसा ही क्यों न लगे, जरूरी नहीं है कि किसी दर्द से ही आप दिल की बीमारी का संकेत लें, बिना दर्द भी ये हो सकता है. इसके अलावा भी अगर आपको सीने में कुछ परिवर्तन या असहजता का अनुभव हो, तो तुरंत अपने चिकित्सक से सलाह लें।
3. सांस लेने में कठिनाई
सांस लेने में अगर आपको किसी प्रकार का परिवर्तन या कमी का एहसास होता है, तो यह भी दिल के दौरे का लक्षण हो सकता है। जब दिल अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाता तो फेफड़ों तक उतनी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती जितनी आवश्यकता होती है। इस वजह से सांस लेने में कठिनाई, आंखों के आगे अंधेरा छाना, सांस फूलना और उसके साथ एकदम से ठंडा पसीना आना दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है, तो बगैर देर किए डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
4 थकान
बगैर किसी मेहनत या काम के थकान होना भी हार्ट अटैक की दस्तक हो सकती है। जब हृदय धमनियां कोलेस्ट्रॉल के कारण बंद या संकुचित हो जाती हैं, तब दिल को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होती है, ये लक्षण महिला और पुरुष दोनों में दीखते हैं, रोजमर्रा के काम जैसे सोने के लिए बिस्तर तैयार करना, बाथरूम तक चलकर जाना या थोड़ा मार्केट में चल लेना उससे भी थकान बनी हुई है ऐसी स्थिति में कई बार रात में अच्छी खासी नींद लेने के बाद भी आप आलस और थकान का अनुभव करते हैं, तो चिंता का विषय है।
5 पैर, तलवे आदि में सूजन
जब दिल को शरीर के सभी आंतरिक अंगों में रक्त पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, तो शिराएं फूल जाती हैं और उनमें सूजन आने की संभावना बढ़ जाती है। इसका असर खास तौर से पैर के पंजे, टखने और अन्य हिस्से में सूजन के रूप में नजर आने लगता है। इसके कभी-कभी होंठों की सतह पर नीला होना भी इसमें शामिल है। ये एसे लक्षण है जिससे समझ आता है कि आपके दिल को जैसे खून पंप करना चाहिए वैसे नहीं कर रहा है. जब दिल एकदम सही से खून पंप नहीं कर पाता तो इससे मांसपेशियों में सूजन आ जाती है. दिल के ठीक से काम न करने का असर किडनी पर भी पड़ता है और वो भी अपना काम सही से नहीं कर पाती. इसलिए पैरों में सूजन हो जाती है।
6 चक्कर आना
चक्कर आना और आंखों के आगे अंधेरा छाना.. जब आपका दिल कमजोर हो जाता है, तो उसके द्वारा होने वाला रक्त का संचार भी सीमित हो जाता है। ऐसे में सिर तक आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे निरंतर चक्कर आना या सिर भारी होना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। अक्सर ब्लड प्रेशर के मरीजों के साथ ऐसा होता है क्योंकि दिल ठीक तरह से खून पंप नहीं कर पाता. अगर समस्या ज्यादा बार आ रही है तो डॉक्टर से तुरंत मिलें क्योंकि ये आपके दिल के दौरे का आपको संकेत भी हो सकता है.
7 सर्दी का बना रहना
लंबे समय तक सर्दी या इससे संबंधित लक्षणों का बना रहना भी दिल के दौरे की ओर इशारा करता है। जब दिल, शरीर के आंतरिक अंगों में रक्तसंचार के लिए ज्यादा मेहनत करता है, तब रक्त के फेफड़ों में स्त्रावित होने की संभावना बढ़ जाती है। सर्दी में कफ के साथ सफेद या गुलाबी रंग का बलगम, फेफड़ों में स्त्रावित होने वाले रक्त के कारण हो सकता है।
8. खर्राटे
अगर कोई आम तौर पर खर्राटे लेता है तो ये कोई गलत बात नहीं है, ये साइनस भी हो सकता है, लेकिन खर्राटे से ये समझ आता है कि कहीं दिल की बीमारी तो नहीं. अगर किसी के खर्राटे बदल गए हैं और खर्राटे लेते समय ऐसी आवाज़ आ रही है जैसे कोई चोक हो रहा हो या फिर सांस लेने में दिक्कत समझ आ रही है तो ये स्लीप एप्निया (Sleep Apnea) हो सकता है, ऐसा होने पर दिल पर स्ट्रेस ज्यादा पड़ता है. ऐसे में दिल के कमज़ोर होने की गुंजाइश बढ़ सकती है.
9. दिल की धड़कन का तेज़ होना
ये आम बात है कि अगर दिल की धड़कन जोश में आकर बढ़ रही है या एक्सरसाइज करने के बाद बढ़ रही है, या डर के कारण बढ़ रही है, लेकिन अगर किसी को ये लगता है कि उसके दिल की धड़कन आम तौर पर कई बार तेज़ हो रही है और ये कुछ सेकंड्स से ज्यादा समय के लिए है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
नोट: इन 9 लक्षणों में से किसी लक्षण के सामने आने या महसूस होने पर तुरंत अपने डॉक्टर को जरूर दिखाएं या फिर यथासंभव सलाह लें ...